शनिवार, 24 सितंबर 2011

हैप्पी बर्थ डे आल ऑफ़ टू यू........


मैं भूत बोल रहा हूँ..........!!
हैप्पी बर्थ डे आल ऑफ़ टू यू
दिन बदलते हैं....
कुछ बदलता सा दिखाई देता है....
मगर कुछ बदलता सा नहीं होता...
बस थोड़ा सा हम बदल जाते हैं....
एक दिन और बढ़ जाते हैं....
एक कदम और मृत्यु की और ले जाते हैं 
दिन बदलते जाते हैं...
और हर एक दिन के साथ 
बढ़ा लेते हैं हम 
अपनी कुछ और जिम्मेवारियां....
सर पर बोझ बढाते जाते हैं 
और खुद ही हर दिन 
अपने-आप पर बोझ बनते जाते हैं 
बदलता है ना बहुत कुछ...
हमारा हंसता हुआ चेहरा
उदासी में परिणत हो जाता है 
इस उदासी के बीच 
घर की जिम्मेवारियों के बीच 
किसी एक दिन या कुछेक दिन 
हम हंस लिया करते हैं 
और हो जाया करते हैं बाग़-बाग़ 
ढेर सारी बधाईयाँ पाकर
खुशह हो जाया करते हैं...
जब बहुत सारे लोग करते हैं विश हमें
जन्मदिन तो है ही सबका कोई ना कोई दिन 
मगर हर दिन को खुशियों से जी लें 
अपनी समस्त जिम्मेवारियों के बावजूद 
अपने तमाम दुखों और पीडाओं के बाद भी 
तो दोस्तों...इस जीवन का कोई अर्थ है...
है ना दोस्तों मेरे प्यारे दोस्तों....
तो आज मेरे जन्मदिन से 
आप भी अपने-आप से यह वादा करो
कि आप सब खुश रहो हमेशा 
अपने समस्त दुखों-पीडाओं के साथ भी....
ये जो कर्मफल हैं हमारे....
उन्हें नहीं मेट सकता कोई भी....
तो फिर दुखी होना 
जीवन का अपमान करना ही तो है....
आईये हम ख़ुशी मनाये अपने होने की....
आईये मैं देता हूँ.....
आपको अपने आने वाले जन्मदिवस 
की अनंत-असीम शुभकामनाएं....!!   

शुक्रवार, 23 सितंबर 2011

पता नहीं ऐसे लोग कब सुधरेंगे....!!??

           सड़क पर बाईक से चला जा रहा हूँ,मेरे ठीक बगल से दुसरे बाईक सवार मुझे ओवरटेक करके आगे निकलने का प्रयास करते हैं और इस क्रम में वो मुझे धक्का मारने वाली स्थिति में आ जाते हैं,मैं उनसे बचने की चेष्टा में अपनी बाईक को अचानक बाएं करने के कारण गिरते-गिरते बचता हूँ...मगर मुझसे आगे निकल गए उन बाईक सवारों को यह पता ही नहीं चल पाता  है,कि उनके द्वारा जान-बूझकर या अनजाने में की गयी इस बदमाशी से क्या हो सकता था...वो उसी तरह अपनी धून में आगे निकल जाते हैं,उसी रफ़्तार से शायद किसी और बाईक सवार को गिराने के लिए....पता नहीं ऐसे लोग कब सुधरेंगे....!!??